Monday 12 January 2015

STOP SAYING "GENERATION GAP" START USING "GENERATION BRIDGING"

तो आज से  जनरेशन  गैप  और जनरेशन ब्रिजिंगकी शुरुआत करें
जनरेशन  गैपसुनने में अच्छा शब्द है ना,हर दौर में  इस  बात  पर  बहस  बहुत  गर्म  रहती  हैंहमेशा  एक  पीढ़ी  अपने  आपको  दूसरी  पीढ़ी से बेहतर  सिद्ध  करने  के  लिए  इसी  शब्द  का  सहारा  लेती  हैं  ,चाहे  वो  सोच  को  लेकर  हो ,या  काम  करने  के  तरीके  को  लेकर  हो ,या  जीवन  जीने  के  तरीके  को  लेकर
जनरेशन  गैप  कह  देना  अपने  आपको  अच्छा  साबित  करने  का  बढ़िया  तरीका  हैमगर  हर  कोई  ये   भूल  जाते  है, कि  वो  कभी उसी  दौर  से  गुजरे थेजिससे आज  कोई और  गुजर  रहा है ,जो आदते  या यूँ कहें हरकते  उन्होंने  अपने  समय  में की थी वही आज कोई और भी कर रहा है उदाहरण के तौर पर अक्सर  हमारे  बुजुर्गआजकल  आजकलकहकर  कोसते  रहते  हैं   जैसे  आजकल  के  गानो  तथा  उनकी  भाषा  पर  उनकी  नाराज़गी  बेहद  ज्यादा  हैकहते  हैं  कैसा  गाना है  “चार  बोतल  वोटका  काम  मेरा  रोज़  कापर  वो  ये  भूल  जाते  हैंकुछ  30-40 साल  पहले  जब  वो  जवान   हुआ  करते  थे,वो  भी  कुछ  इसी  प्रकार   के  गानो  पर  झूमा करते  थे बस  शब्द  अलग  थे  मतलब  उस  समय  रैप गाने ना होकर गाने बेहद सुरीले  हुआ करते थे जैसेथोड़ी सी जो पीली  है ,चोरी  तो  नहीं  की  हैया  “दे दादा मेरे भईया रे दे दारूऔर  इन्ही  गानो  को  सुनकर  उनके  बुजुर्ग  भी  उन्हें डांटा करते  थे .लोग  अक्सर  कहते  जमाना  बदल  गया ,पर  जरा याद कीजिये पहले बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड मिलने के लिए  पार्क  में जाया करते  थे बस आजकल तरीका  बदला  है ,गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड फेसबुक पर poke और skype पर  चैट  करते  हैं
हम अक्सर दौर और उम्र को दोष देते हैं ,पर ये नज़रअंदाज़ कर देते  हैं कि  हर  उम्र  का  अपना  जोश और  मज़ा  होता  है साल  बदल  जाते हैं एक  पीढ़ी  के  बाद  दूसरी  पीढ़ी जाती  है ,कुछ  भी  ना  ही  बदला  था ना ही   बदलता  हैं , बस बदलता है तो उसे  व्यक्त करने का तरीका सब अपनी जगह  सही  होते  हैं, और  जो  चीज  गलत  थी  वो  हमेशा  गलत  होती  है .बस  नज़रिये  की  बात  है
यंग  जनरेशन  भी  अपने  बड़े  बुजुर्गों  को  कई  मामलों  में  कोसने  से  नहीं  चूकती  यंग जनरेशन को कुछ करने पर यदि पेरेंट्स या बुजुर्ग कुछ कहें तो कहते हैंइस जनरेशन को ये सब समझ  में नहीं आता”पर याद रखिये आप जिस स्कूल की नरसरी में हैं वो उस से पीएचडी कर चुके हैंऔर एक अनुभवी प्रोफेसर हैं तो उन्हें कोसने की जगह उनसे बात करके उनके अनुभव का लाभ लें
जनरेशन गैप जैसा कोई शब्द नहीं होता है ये सिर्फ हमारी कमी  और गलती को छुपाने के लिए उपयोग किया जाने वाला अल्पबुद्धि से उपजा शब्द है तो आज से इसजनरेशन  गैपशब्द को खत्म कीजिये और "जनरेशन ब्रिजिंग "की शुरुआत करें किसी भी काम में यंग जनरेशन की शुरुआत के साथ यदि बुजुर्गों का अनुभव जुड़  जाये  तो सफलता  100% ही नहीं 1000% मिलती  है,उसी प्रकार से बुजुर्गों को भी याद रखना  चाहिए  की "आजकल" या "आज कल की पीढ़ी" जैसे शब्दों  को बोलकर  कोसने की जगह उनके साथ मिलकर  खुश  रहें और उन्हें अपने अनुभव बाँटें देखिएगा मज़ा जरूर आएगा