Monday 3 June 2019

बड़ा अच्छा लगता है…


बड़ा अच्छा लगता है

बड़ा अच्छा लगता है……
याद करना उस लम्हे को,देखा था इन नज़रों ने जब तुम्हें पहली बार,
याद करना बड़ा अच्छा लगता है……
झूलती वो एक ट ज़ुल्फों की,तुम्हारे चेहरे पर क्या करूँ भुलाए नहीं भूलती,
याद करना बड़ा अच्छा लगता है……
उस पल ठहर गयी थी ज़िंदगी,जब आँखों से आँखें मिली थी पहली बार,
सब झूठे,बस वही इक पल था,जो सच्चा लगता है,यही कुछ है जो बड़ा अच्छा लगता है,
जब मिले थे पहली बार,उन मुलाकातों, और बातों-बातों में किया इजहार
याद करना,बड़ा अच्छा लगता है......
बदले दिन,महीने और साल,हर मौसम और हालात,पर तुम वही थे सच्चे जैसे हम मिले थे पहली बार.....
याद करना बड़ा अच्छा लगता है……
वो उड़ता तुम्हारा दुपट्टा,हवा के झोंको में,सरसराहट सी पैदा करता है,
खिचा सा चला आता हूँ,ये एहसास
 याद करना बड़ा अच्छा लगता है……
वो whatsapp,instagram की chat पर घंटों बातें करना,कहना कुछ अपनी,पर बहुत सी तुम्हारी सुनना,
याद करना बड़ा अच्छा लगता है……
अकड़ के रहने वाला ये दिल,तुम पर आकर पिघलेगा, सोचा, जाना था,
पर आया है सिर्फ तुम पर,बना सिर्फ तुम्हारा,ये इकरार करना,
याद करना बड़ा अच्छा लगता है……
मुकम्मल होगा या नही ये जानता नही ,किस्मत पर ज़िंदगी का चक्का चलता है,
पर हाँ कुबूल है ये बिना किसी शक-शुबा के,इजहार के साथ इकरार करना,
बड़ा अच्छा लगता है.............
याद करना उस लम्हे को,देखा था इन नज़रों ने जब तुम्हें  पहली बार,
याद करना बड़ा अच्छा लगता है……