बजट श्रीमतीजी का....................
आज बजट पेश होने वाला था,हमारी
श्रीमती जी ने चेह्कते हुए बोला कि आज बजट पेश होने वाला है तो क्यों न हम दोनों
साथ में बैठकर देखें।हमने कहा हमें क्या
ख़ास मिलेगा? तो उन्होंने बड़ी ही चतुरता से कहा,कि बजट की घोषणाओं में जो भी राहत मिलेगी
तो फ़ायदा आपको भी मिलेगा और अगर किसी चीज़ की कीमतें कम ज्यादा हुई तो हमारी तरफ से
भी आपको फ़ायदा मिलेगा तो हम भी उनकी रस भरी बातों में आकर वहां उनके साथ टीवी के
सामने बैठ गए।
ज्यों ही सरकार ने बजट पेश किया,वैसे
ही श्रीमती जी ने घर में अपना बजट पेश कर दिया,जैसे
जैसे वित्तमंत्री घोषणाएं करते जा रहे थे,श्रीमती जी की भी घोषणाएं होने लगी,बजट
में सौन्दर्य उत्पादों को महंगा किया गया तो श्रीमती जी ने पहला अध्यादेश पारित कर
दिया कि घर में सजने सवरने की चीज़ें कम की जाएँ इन पर भी खर्च कम किया जायेगा,हमें
ये सुनकर बेहद्द ख़ुशी हुई आशा की एक किरण दिखाई दी कि शायद ये बजट हमारे लिए ख़ुशी
लेकर आयेगा,पर ज्यादा देर ये ख़ुशी रह नहीं पाई
क्योंकि सबसे पहले श्रीमती जी ने हमारी ही ऐसी-तैसी कर दी। आदेश आया की अब से शेव करने के लिए शेविंग क्रीम
का उपयोग नहीं किया जायेगा,सिर्फ पानी का
उपयोग कर शेव किया जाये,क्योंकि पुरषों की स्किन को क्रीम की ज़रूरत कम होती है तो
उपयोग भी कम ही होना चाहिए इसीलिए अलग से
पुरषों वाली क्रीम और बॉडी लोशन पर खर्च बंद किया,इन सब पर पहला और सिर्फ अधिकार
हम महिलाओं का है।ये सब
सुनकर हमने कहा अब बस भी कीजिये आगे का बजट भाषण भी तो देखने दीजिये।
सरकार के
वित्त मंत्री ने आगे का बजट पड़ना शुरू किया अगली बेहद अच्छी घोषणा थी कि जिसे
सुनकर हम बहुत खुश हुए , घोषणा थी की अब टैक्स देने की वार्षिक आय की सीमा बड़ा दी
गयी है और टैक्स की दरों में भी कमी आ गयी है तो फिर क्या था,श्रीमती जी ने फटाफट
कैलकुलेटर चलाया और नए रियायती दरों के अनुसार हमारी सैलरी पर लगने वाला टैक्स
कैलकुलेट कर दिया और एक कुशल चार्टेड अकाउंटेंट की तरह हमें इस बात से अवगत कराया
की अब से हमारी टैक्स बचत लगभग 5000 से 7000 रूपये तक की होगी हमें ये देखकर ख़ुशी
हुई की हमारी श्रीमतीजी को हमारा कितना ख़याल है पर ये हमारी भूल थी अभी एटम बम
गिरना बाकी था,जो अब हमारे ऊपर गिरा और श्रीमती जी जो की हमारे घर की गृह मंत्री/वित्तमंत्री
थी की ओर से नया अध्यादेश लागू करने की घोषणा की गयी जो सिर्फ हम पर लागू होना था
जिसमें साफ़ समझाया कम धमकाया गया की इन बचत के पैसों की ओर मेरी गलती से भी नज़र न
जाये ,ये पैसा उनके मायके फण्ड में जायेगा क्योंकि हमारे ससुराल में किसी दूर के
रिश्तेदार के यहाँ शादी है तो हमारी श्रीमतीजी जी को बनारसी साड़ी पहननी है और
नेकलेस भी चाहिए ताकि शादी में वो सभी को दिखाकर जला सकें ,हमें तो
बस एक ही आशा की किरण दिखाई दी थी,की शायद बजट की इस
रियायत भरी घोषणा के साथ हमें हमारे गृह मंत्री से कुछ राहत मिलेगी पर उन्होंने
सारी आशाओं पर पानी फेर दिया।इतना सब होने के
बाद हमसे आगे का बजट नहीं सुना जायेगा,दिल में घबराहट
होने लगी की अगर पहली दो घोषणाएं इतना भूचाल ला सकती है,तो पता नहीं आगे की
घोषणाएं क्या रंग दिखाएंगी।
ज्यों ही हम रणभूमि छोड़ कर जाने
लगे तो श्रीमती जी ने चेतावनी के रूप में पुछा कहाँ जा रहे हैं आप ?अभी तो बजट भाषण
बाकि है तो हमनें कहा की थोड़ी देर में आते है तो उन्होंने कहा आगे पेट्रोल की कीमतों का
एलान होने वाला है देंखें इस बार कीमतें बढती हैं या घटती है,खैर फ़र्क तो कुछ नहीं
पड़ेगा लोग गाड़ी चलाना तो छोड़ेंगे नहीं,वैसे आप को भी अपनी
सेहत का ध्यान रखना चाहिए हम कुछ आश्चर्य चकित हुए की अचानक ये ह्रदय परिवर्तन
कैसा,पर ये हमारी भूल थी जो कुछ उतावला
होकर हम ये समझ बैठे आगे उन्होंने कहा की गाड़ी का उपयोग कम कीजिये और कल से सब्जी
लेने आप पैदल ही जायेंगे ये आखिरी वार था जो हमारे गृहमंत्री ने हम पर किया था और
बजट में मिलने वाली सारी रहत को अपने अध्यादेशों के भोझ टेल दबा कर कुचल दिया था।
वाह रे बजट!!!