Monday 4 June 2018

I AM "BUSY"

I AM "BUSY"
जग घुमाया पर इनके जैसा न कोए
"इज़ी" ज़िन्दगी को "बिज़ी" कहे,
न जाने किस भव सागर में खोए,
जग घुमाया पर इनके जैसा न कोए.....
काल खण्ड की हर बेला में हर पल,
काहे भैया मुँह बनाकर कर रोए,
समझ न आवे हमको अब ये,
दीन दुनिया के कोंन बोझ को ढोए,
जग घुमाया पर इनके जैसा न कोए.....
परिवार संग हंस न पावे खुल कर ,
फिर भी सेल्फी नौ-नौ मुँह बनाकर ले बिना मुँह धोये,
जग घुमाया पर इनके जैसा न कोए.....
देख नॉटंकी "बिजी-बिजी" की,
'संयोग' को खुद फोकट सा महसूस होए,
जग घुमाया पर इनके जैसा न कोए.....
ना जाने चकराघाट की चकरघिनि सो,
मानुस घनघोर भ्रमित काहे को होए,
जग घुमाया पर इनके जैसा न कोए.....
बात पाते एक है भैया,और दूजा न कोए,
जो काम करत है,सो आगे बढ़त है,
वो रहे "बिजी" पर "बिजी" न होए,
जो कहे "बिजी" पर हो न "बिजी",
और ढेला भर का काम करे न कोए,
तो ऐसे लोगन का बंटाढार निश्चित ही होए,
जग घुमाया पर इनके जैसा न कोए.....

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