Sunday 6 October 2019

जिन्हें जीने का सपना सजा रखा है………………..

जिन्हें जीने का सपना सजा रखा है……

जिन्हें जीने का सपना सजा रखा है………………..
कि मारी इक छलाँग इस कोशिश में की,
कि पूरा करूँ हर उस हसरत को,
जिनके अरमां बहुत है पाले,इन आँखों में,
जिन्हें जीने का सपना सजा रखा है,
हर उस कद,हद और सरहद के पार जाना है,
जिन्हें जीने का सपना सजा रखा है,
कोशिश है मेरी,हर उस मुकाम को हासिल करना है,
जिनके अरमां बहुत है पाले,इन आँखों में,
जिन्हें जीने का सपना सजा रखा है………………..
आंखों की नमी गवाह है,हर उस अरमाँ की,
जिसे पाने की जुस्तजू और जज्बा बना रखा है,
जिनके अरमां बहुत है पाले,इन आँखों में,
जिन्हें जीने का सपना सजा रखा है………………..
हर हालातों,मुश्किलातों पर पार पाना है,
है सिर्फ जीत क्या अब ये मैंने जाना है,
आंसू बन गए है मोती,जिनके संघर्ष की चमक से,
उनसे करना है जग को रौशन अब ये मैंने ठाना है,
महसूस करना है हर इक पल को,जीना है हर आने वाले कल को,
जिनके अरमां बहुत है पाले,इन आँखों में,
जिन्हें जीने का सपना सजा रखा है………………..
रोना है क्या? छोड़ो-छाडो यारों ये सब,
सिर्फ हंसना और मुस्कुराना ही फलसफा है,
इस जिंदगी का अब ये मैने जाना हैं,
रुकता नही कोई दौर हर वक़्त गुज़र जाता है,
चलायमान है ये पथ ओ राही,
न कुछ तू लेकर आया था,न कुछ तुझे लेकर जाना है,
बस जीले दिल भरकर हर उस दिन को,
जिनके अरमां बहुत है पाले,इन आँखों में,
जिन्हें जीने का सपना सजा रखा है………………..
हर खुशी जो मिली मुझे मेरे ख़ुदा की मुझ पर रहमत है,
बंदा हूँ मैं उसका,शीश मेरा सजदे में उसके झुकता है,
न मुझे कभी गुरुर रहे,न तबीयत मेरी गुस्ताख़ बने,
इस बात के लिए ए मेरे परवरदिगार,
हर पल तेरा,ये दिल मेरा,शुक्रगुज़ार रहता है,
कोशिश है मेरी,हर उस मुकाम को हासिल करना है,
और होगा मुकम्मल हर वो ख्वाब यकीन है मुझे,एतबार है मुझे,
जिनके अरमां बहुत है पाले,जिन्हें जीने का सपना सजा रखा है………………..
जिनके अरमां बहुत है पाले,जिन्हें जीने का सपना सजा रखा है……………….

No comments:

Post a Comment