Wednesday 1 October 2014

“TV LAL AUR REMOTE RANI” EK SWEET EXPERIENCE

“TV LAL AUR REMOTE RANI”    
     EK SWEET EXPERIENCE

ऊपर लिखी हुई लाइन किसी फिल्म के शीर्षक की तरह लग रही है,और ये सच ही है,क्योंकि हमारी ज़िंदगी की फिल्म का शीर्षक यही तो है।और इस फिल्म में हीरो हैं दुनिया भर के सारे पति और हीरोइन हैं इस दुनिया की सारी पत्नियाँ,हाँ इस दुनिया के सारे पति TV LAL” और पत्नियाँ “REMOTE RANI” होती हैं।
लगभग हर घर में पति के हालत किसी टीवी की तरह ही होती है।जिस पर अलग- अलग चैनल चलते रहते हैं और हर चैनल पर मिलने वाले program” की तो भरमार होती है,वो अलग अलग मूड के हिसाब से अलग-अलग program” और films दिखा तो सकता है और सिर्फ इसी बात पर उसे बेहद घमंड होता है,और अपनी इसी अदा पर वो बहुत इतराता भी है।पर वो ये भूल जाता है,कि इन प्रोग्राम और फिल्म्स के telecast” पर पूरा का पूरा कंट्रोल उसके रिमोट यानि उनकी धर्म पत्नी का होता है।जनाब श्री “TV LAL” यानि पति महोदय कितना भी अच्छा गाना बजा दें,अगर श्रीमति “REMOTE RANI” यानि पत्नी देवी कि मर्ज़ी नहीं होगी तो वे कुछ ऐसी परिस्थिति बना देंगी जैसे टीवी का “volume ही mute कर दिया हो और “TV LAL” कि हालत ऐसी होगी कि चाह कर भी गले से कुछ नहीं बोल पाएंगे और सिर्फ मन ही मार कर रह जाएंगे।ऐसी परिस्थिति का सामना कई बार शादीशुदा लोग रोज़ करते हैं,याद करके देख लीजिये जैसे खाने की table पर खाते वक़्त पत्नी जी अगर ये पूंछ लें कि सब्जी कैसी बनी हैतो चाह कर भी “TV LAL” यानि पति महोदय नहीं कह पाते कि सब्जी मे "नमक कम है और मिर्च ज्यादा" क्योंकि अगर ये कहने का खतरा ले लिया,तो ना जाने कितनी बातें सुनने को मिलेंगी और जो खाना मिल रहा है वो भी न मिला तो और गज़ब,बस इतना ही सोच कर भावनाएं गले तक आकर रुक जाती हैं और पति महोदय चाह कर भी कुछ नहीं कह पाते।
और भी कई “घटनाएँ” हैं जो कई बार “दुर्घटनाएँ” भी बन जाती हैं आप खुद भी इसके शिकार कई बार हो चुके होंगे,पति से तंख्वाह के पैसों के हर खर्च का हिसाब लेने का अधिकार पत्नी को होता है,पर पतिजी को ये अधिकार कभी नहीं होता की वो पत्नी जी की शॉपिंग बिल पर सवाल-जवाब कर लें अगर मेरी बात पर भरोसा नहीं तो बस याद कर लीजिये उस पल को जब आखिरी बार आपने पत्नी जी के शॉपिंग बिल को देख कर सिर्फ इतना सा कह दिया था “ये सब फिज़ूल खर्च है”तो उन्होने आपका क्या हाल किया था।

घर में बनने वाले उनके breakfast, lunch और dinner में टीवी के मैन्यू की तरह color, brightness” जैसे options तो हैं जैसे “पोहा,पराठा,पासता,पनीर” बगेरह-बगेरह।पर बनेगा वही जो आपकी REMOTE RANI यानि पत्नी जी बटन दबाएंगी यानि select” करेंगी और पति जी को चुपचाप प्रसाद समझ कर खाना होगा।

तो जनाब “TV LAL” हर बार कितनी भी कोशिश कर लें,पर ज़िंदगी की स्क्रीन पर सुर तो वही बजेगा और channel भी वही picture दिखाएगा जो श्रीमति “REMOTE RANI” चाहेंगी।

पर ज़िंदगी के इस चित्रपट पर हजारों रंग हैं,अगर थोड़ा ध्यान से समझा जाएँ तो टीवी पर अगर अलग अलग picture और program” को रंगों से भर कर दिखाना है तो उन रंगों को सजाने के लिए उसे रिमोट के सहारे की ज़रूरत होती है,ठीक उसी तरह ज़िंदगी की screen” पर भी खुशियों के रंग भरने हैं तो “TV LAL” यानि पतिजी को “REMOTE RANI” यानि पत्नी जी की सहारे की ज़रूरत तो पड़ेगी ही।

कहते हैं न जिस तरह सड़क पर गाड़ी दो पहियों के बिना नहीं चल सकती उसी तरह ज़िंदगी की टीवी के screen” पर कोई भी खुशनुमा सिनेमा बिना remote” के नहीं चल सकता। तो बस अपनी “REMOTE RANI” को खुश रखिए Mr. “TV LAL” की टीवी हमेशा खूबसूरत programs” ही दिखाएगी।  

10 comments:

  1. Your are truly an amazing person.I really like your use of words.

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  2. संयोग भाई अभी शादी तो नहीं हुई है मेरी 😂😂
    परंतु इन विचारों को जरूर रखूँगा अपने पास 🙏
    काफ़ी पसंद आया आपके लिखने का तरीका 👌👌

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद की आपको पसंद आया।

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  3. I would say it's a predefined assumed stereotypes but funny though 👍

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    1. ये सिर्फ एक हंसी और मज़ाक के रूप में लिखा गया है।

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  4. Hero bada khayal hai mrs. Sanyog ka aise hi lage raho

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    1. धन्यवाद वैसे सभी लोगों को अपने जीवन साथी का खयाल रखना चाहिए।

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  5. Nice comparison between tv & real life.aap bhi dhayan rakhiyega ji real life me .

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